रामचन्द्र जी खड़े किनारे, हाथ जोड़ कर शीश नवाये ।सिंधु प्रार्थना सुने हमारी, हमको कोई राह बतायें । जलधि बंधे थे रावण बल से , उनको विनय समझ न आये। गरज गरज के खूब उछल रहे, प्रभु राम को बहुत सतायें।लखन लाल पीछे ठाणे थे, प्रभु का मर्म समझते जाए। देख प्रभु की मानव लीला, […]
Category: Poem
जागो प्यारे उठो लाल, अब आँखे खोलो ।पानी लायी हूँ, मुँह धो लो ।बीती रात कमाल-दल फूले ।उनके ऊपर भौंरें झूले । चिड़ियाँ चहक उठीं पेड़ों पर ।बहने लगी हवा अति सुंदर ।नभ में न्यारी लाली छायी ।धरती ने प्यारी छवि पायी ।भोर हुआ सूरज उग आया ।जल में पड़ी सुनहरी छाया । नन्ही नन्ही […]
Salil Kana Hu, Ya Parawaar Hu Main
सलिल कण हूँ, या पारावार हूँ मैंस्वयं छाया, स्वयं आधार हूँ मैंबँधा हूँ, स्वप्न हूँ, लघु वृत हूँ मैंनहीं तो व्योम का विस्तार हूँ मैं समाना चाहता, जो बीन उर मेंविकल उस शून्य की झंकार हूँ मैंभटकता खोजता हूँ, ज्योति तम मेंसुना है ज्योति का आगार हूँ मैं जिसे निशि खोजती तारे जलाकरउसी का कर […]
Text Version Do Ka Pahada First Variation एक गाँव में थे दो चोरचोरी करते चारो ओरछः किलो पीते थे दूधरोज खाते आठ अमरूददस गाँव में थे बदनामबारह थानों में था नामएक दिन चौदह थानेदार आएसोलह उन पर केस लगाएअट्ठारह मील दिया धकेलबीस साल की हो गई जेल। English Transliteration Ek Gaon Main The Do ChorChori […]
सच है, विपत्ति जब आती है,
कायर को ही दहलाती है,
सूरमा नही विचलित होते,
क्षण एक नहीं धीरज खोते,