चलो भोर के राही, ओ हम राही तुम्हें हैं चलना ।
ना रुको अगर रोके तुम्हें, पथ पे कोई चलना ।
हैं कठिन डगर, चलो तुम मगर हैं हजारो गम ।
ना करो फ़िक्र, तेरी राह का कण कण बनेगा कंचन ।
ये एक दिन देखना ।
चलो भोर के राही, ओ हम राही तुम्हें हैं चलना ।
ना रुको अगर रोके, तुम्हें पथ पे कोई चढ़ना ।
क्यूँ उदास हो, हैं दुखी ये मन, क्यूँ दुखी ये मन ।
हैं धके चरण, चलो ले के मन में, आश नए विश्वास की ।
शुभकामना, चलो भोर के राही, ओ हम राही तुम्हें हैं चलना ।
ना रुको, अगर रोके तुम्हें पथ पे, कोई चलना ।
आवान सुनो आवान जागे नव प्राण नए सपने ।
मिलकर चलो मिलकर मेरे साथी मेरे अपने ।
चुनकर नवयुग की नई किरणे अब नई ज्योत जले हर घर में ।
यात्रा नई यात्रा नई हलचल नए अरमां नई अग्नि ।
अम्बर नया अम्बर नया अम्बर नई धरती सजी अपनी ।
जो झूमे अधरों पे मुस्कान आई हैं।
हमने वो पाई हैं करके बलिदान ।
आवान आवान सुनो आवान जागे नव प्राण नए सपने ।
मिलकर चलो मिलकर मेरे साथी मेरे अपने ।